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मध्यप्रदेश मे अगली सरकार किसकी होगी

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मध्यप्रदेश मे अगली सरकार किसकी होगी कौन से मुद्दे मतदान में होंगे प्रबल किस मुद्दे को जनता नकारेगी ?

मध्य प्रदेश में अगली सरकार किसकी होगी इसके विधानसभा चुनाव शुक्रवार को हो रहे है. राज्य में इस बार भी कड़ा मुकाबला सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच है. यूं तो दोनों तरफ से प्रचार अभियान के दौरान जनता की तरफ उछाले गए हैं. लेकिन, आखिरकार मतदाता जिन चीजों को देखकर वोट करेंगे, ऐसे मुद्दे सीमित ही हैं.

कांग्रेस का सबसे बड़ा मुद्दा

अगर हम कांग्रेस की ओर से देखें तो उसके पक्ष में सबसे बड़ा मुद्दा ‘बदलाव’ का है. जो वोटर कांग्रेस के लिए वोटिंग करेंगे, उनके मन में यही सबसे बड़ा मसला लग रहा है कि सरकार बदलनी है.

बीजेपी को ‘लाडली बहना’ से आस  

भारतीय जनता पार्टी की सरकार की वापसी के लिए वोटिंग का इरादा रखने वाले वोटरों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा लाडली बहना योजना हो सकती है. यानि यही दो मुद्दे हैं, जिसके आधार पर मुख्य तौर पर वोटिंग हो सकती है.

एंटी-इंकंबेंसी बीजेपी के लिए आफत  

ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार करीब दो दशकों से सत्ता पर काबिज होने की वजह से बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती एंटी-इंकंबेंसी से निपटना है. यही वजह है कि कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों पर फोकस किया है, जिससे वह शिवराज सिंह चौहान के लंबे कार्यकाल की एंटी-इंकंबेंसी का फायदा उठा सके.

युवाओं के लिए रोजगार मुद्दा

भोपाल के पास बरेली कस्बे के रहने वाले 23 साल के राहुल पटेल नाम के युवक का उदाहरण ले सकते हैं. वह एक ई-कॉमर्स कंपनी के लिए काम करते हैं. बी-टेक करने के बावजूद वह 10 हजार रुपए कमाते हैं. उन्हें लगता है कि बदलाव से उनकी कमाई बढ़ सकती है, ‘बदलाव जरूरी है और कांग्रेस के अलावा ऑप्शन क्या है.

वोटिंग मुद्दों के आधार पर

इसके साथ ही पटेल एक और रोचक तथ्य भी सामने रखते हैं. वह बताते हैं कि उनकी लोधी जाति है और उनका परिवार कई बार से बीजेपी को वोट देता आ रहा है और इस बार भी ऐसा ही करने की संभावना है.

महिला वोटर करेंगी खेल

मध्य प्रदेश की महिला वोटरों में लाडली बहना योजना को लेकर एक सकारात्मक माहौल नजर आ रहा है. इसके तहत राज्य सरकार योग्य लाभार्थियों के खाते में एक निश्चित रकम डालती है. उदाहरण के तौर पर नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव का नाम लिया जा सकता है. यह एक आरक्षित विधानसभा क्षेत्र है. यहां अनुसूचित जाति की कुछ महिलाएं पवित्र नर्मदा नदी की ओर जा रही थीं. उनके बीच लाडली बहना योजना को लेकर बातचीत चल रही थी कि, ‘शिवराज डाल दियो पैसे हमारे अकाउंट में….’ तीन बच्चों की मां 38 साल की सरस्वती जहां इस योजना की सराहना करती है.

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