Blood Cancer: स्किन का बदल रहा है रंग तो हो सकता है ब्लड कैंसर, ऐसे करें पहचान !

स्वास्थ्य
Share The Post

ब्लड कैंसर बेहद खतरनाक होता है. ब्लड कैंसर को ल्यूकेमिया के नाम से भी जाना जाता है. ब्लड कैंसर की शुरुआत बोन मैरो से होती है और फिर धीरे-धीरे ब्लड में इंफेक्शन फैल जाता है. ब्लड कैंसर की शुरुआत बोन मैरो से होती है और फिर धीरे-धीरे ब्लड में इंफेक्शन फैल जाता है. अगर ब्लड कैंसर का पता शुरुआत में चल जाए तो आसानी से जान बचाई जा सकती है. वहीं अगर लास्ट स्टेज में इसका पता चले तो फिर जान बचाना बेहद मुश्किल है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्लड कैंसर के शुरुआती लक्षण स्किन पर दिखाई देते हैं. लेकिन इसे पहचानना बेहद मुश्किल है. ब्लड कैंसर रेड ब्लड सेल्स को काफी ज्यादा प्रभावित करती है. जिसके कारण शरीर में बनने वाली व्हाइट ब्लड सेल्स बनना रूक जाता है. ब्लड कैंसर की शुरुआत में मरीज के स्किन पर कई सारे लक्षण दिखाई देते हैं. जिसे नजरअंदाज कर पाना बेहद मुश्किल है. इसलिए वक्त रहते सही समय पर जांच और इलाज बेहद मुश्किल है.

 

ब्लड कैंसर या ल्यूकेमिया की बीमारी में मरीज के स्किन का रंग बदलने लगता है. जिसकी वजह से शरीर का रंग पीला पड़ने लगता है. सिर्फ इतना ही नहीं आंख भी पीला पड़ने लगता है. अगर आप ल्यूकेमिया से ग्रसित हैं तो स्किन पर जरा सी चोट या कट लगने पर बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है. ब्लड कैंसर के कारण ल्यूकेमिया कटिस नाम की बीमारी होती है.

 

ब्लड कैंसर से बचना है तो लाइफस्टाइल में सुधार और हेल्दी डाइट का पालन करना होगा. डॉक्टर्स ब्लड कैंसर की जांच के लिए सीबीसी टेस्ट यानी कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट करते हैं.स कैंसर के मरीज का जब टेस्ट होता है तो बायोप्सी जांच की जाती है.जिसमें कैंसर की पहचान हो पाती है. अच्छी लाइफस्टाइल और खानपान के जरिए आप इस बीमारी से बच सकते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *