हम सभी जानते हैं कि कृषि हमारे देश की रीढ़ है. हो सकता है कि कुछ साल बाद कृषि का स्थान उद्यम ले ले. उद्यमियों को अपना कारोबार चलाने और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पैसों की जरूरत होती है. एंजल निवेशकों से मिलने वाली फंडिंग उद्यमों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. हालांकि बिजनेस लोन भी उद्यमियों की जरूरतों को पूरा करने में उतने ही महत्वपूर्ण होते हैं. आज भारत में उद्यमियों की संख्या दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में उन उद्यमियों में बिजनेस लोन की मांग भी बढ़ी है.
तेजी से विकसित होता बाजार
भारत स्टार्टअप्स की दृष्टि से दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम बन गया है. उद्योग संवर्धन एवं भारी कारोबार विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 31 मई 2023 को देश के 670 जिलों में 99,000 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप्स परिचालन में थे. इनमें से 109 यूनिकॉर्न हैं, जिनकी मार्केट वैल्यू 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा है. सरकार ने 56 विभिन्न सेक्टरों के स्टार्ट-अप्स को पहचान कर मान्यता प्रदान की है, जिनमें से 13 फीसदी स्टार्ट-अप्स आईटी सर्विसेज से, नौ फीसदी हेल्थकेयर एण्ड लाईफ साइन्स से, सात फीसदी शिक्षा से, पांच फीसदी कृषि से तथा पांच फीसदी भोजन एवं पेय सेक्टर से ताल्लुक रखते हैं.
क्या है आसान बिजनेस लोन
अब सवाल उठता है कि एक उद्यमी के लिए आसान लोन क्या है? इस तरह का लोन लेने के लिए एक कारोबार को कोलेटरल की जरूरत नहीं होती. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो व्यक्ति को लोन की सिक्योरिटी के रूप में अपनी को सम्पत्ति या कीमती वस्तुत गिरवी नहीं रखनी पड़ती. आसान लोन के कुछ अन्य फीचर्स हैं, जैसे- आंशिक भुगतान, सिर्फ इस्तेमाल किए जाने वाले पैसे पर ब्याज, कर्ज ली गई पूरी राशि पर ब्याज नहीं, तुरंत अनुमोदन और जल्द से जल्द वितरण.
किन पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी
किसी भी लोन के लिए आवेदन करने से पहले एलिजिबिलिटी सबसे ज्यादा मायने रखती है, आपको आवेदन के लिए सभी जरूरी दस्तावेज भी तैयार करने होते हैं. यहां हम ऐसे कुछ पहलुओं पर रोशनी डालने जा रहे हैं. बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको इन पहलुओं पर जरूर विचार कर लेना चाहिए.
- सिबिल स्कोरः 700 या अधिक का सिबिल स्कोर होने पर आपको लोन आसानी से मिल जाता है.
- बिजनेस रजिस्ट्रेशनः एक ऋणदाता आपके बिजनेस की प्रमाणिकता पर ध्यान देता है. अगर आपका बिजनेस रजिस्टर्ड नहीं है, तो लोन रिजेक्ट होने की आशंका बढ़ जाती है.
- दस्तावेजः लोन के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज हैं आधार कार्ड, पैन कार्ड. इनके अलावा अन्य विवरण जैसे बिजनेस का विवरण, आय का प्रमाण और बैंक विवरण.
- बिजनेस के लिए भावी योजनाएं: ऋणदाता इस बात को जानना चाहता है कि आप अपने बिजनेस से पैसा कैसे कमाएंगे, क्योंकि वे नहीं चाहते कि उनका पैसा अटक जाए.
- लोन के नियम और शर्तें: लोन लेने से पहले आपको गणना कर लेनी चाहिए कि आप लोन का भुगतान कैसे करेंगे. इसके लिए आपको जानकारी जुटानी चाहिए कि विभिन्न ऋणदाता किस ब्याज दर पर लोन दे रहे हैं, लोन की अवधि, ईएमआई, लोन इंश्योरेन्स और देर से भुगतान पर जुर्माना आदि क्या होगा.
इसके अलावा आजकल लम्बे चौड़े दस्तावेजो के बजाए पेपरलैस प्रक्रिया ने भी लोन को बेहद आसान बना दिया है. सोचिए कि अगर आप पहले से अपने बिजनेस के लिए पैसा जुटाने और फंडिंग के लिए जूझ रहे हैं, इस बीच क्या आप पेपरवर्क का अतिरिक्त बोझ उठाना चाहेंगे? या ऐसे वित्तीय संस्थान से संपर्क करेंगे, जो आसानी से आपको लोन दे दे?