Chhattisgarh Election 2023 : कांग्रेस ने PM MODI के लिए जो कहा वह सोचने वाली बात हैं ! किस सीएम को बदनाम करने की साजिश का लगाया आरोप ?
कांग्रेस ने भूपेश बघेल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपों को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री एवं उनकी सरकार की छवि धूमिल करने की ‘‘साजिश” करार देते हुए शनिवार को कहा कि राज्य की जनता इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को करारा जवाब देगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने भाजपा की हार निश्चित देखकर ईडी का पड़े पैमाने पर दुरुपयोग शुरू कर दिया है।
क्यो बोलीं स्मृति ईरानी?
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को दावा किया था कि उसने पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति का बयान दर्ज किया है, जिसने आरोप लगाया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल पर निशाना साधते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राज्य में अपने चुनाव प्रचार अभियान के वित्तपोषण के लिए अवैध सट्टेबाजी में शामिल लोगों द्वारा लाए गए हवाला धन का उपयोग किया।
हार से बौखलाई भाजपा कर रही ED का इस्तेमाल
भाजपा के इस आरोप के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, “भाजपा की हार निश्चित है और इसी लिए सीबीआई एवं ईडी का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग शुरू कर दिया गया है। यह प्रतिशोध की राजनीति है।” कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, “पांचों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनाने जा रही है। जब भाजपा देखती है कि उसके हाथ से चीजें निकल गई हैं तो अपने आखिर हथियार ईडी का इस्तेमाल करती है।” छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में सात से 30 नवंबर के बीच चुनाव होंगे। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
प्रधानमंत्री रच रहे साजिश
वेणुगोपाल ने कहा, “इस पूरी कार्रवाई का मकसद भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ सरकार की छवि को धूमिल करना है। यह साजिश प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) द्वारा रची गई है।” उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा को इसका करारा जवाब देगी। वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने आरोप लगाया कि ईडी का कार्यालय झूठ का कार्यालय है और असल में यह एजेंसी ‘‘तोता” है। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीट के लिए दो चरणों में सात नवंबर और 17 नवंबर को मतदान होना है। तीन दिसंबर को मतगणना होगी।
Loksabha Election 2024 : विपक्षी एकता के लिए आ रही हैं बुरी खबर, Akhilesh Yadav कर रहे हैं टेंशन देने वाला काम ! कांग्रेस को क्या होगा नुकसान ?
कुछ समय पहले विपक्षी एकता की खूब बातें हो रही थीं। लेकिन जैसे ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का ऐलान हुआ, वैसे ही गठबंधन में टूट के संकेत मिलने लगे। गठबंधन के नेता एक- दूसरे के खिलाफ जमकर बयान देने लगे। राज्यों में एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिए गए। इस दौरान समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध तो अलग ही लेवल पर चला गया। आलाकमान को इसमें दखल देना पड़ा। अब जब बयानबाजी कुछ कम हुई तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है।
सपा उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीट पर तैयारी कर रही – अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सपा उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीट पर तैयारी कर रही है क्योंकि इन सीट पर सहयोगियों को समर्थन देने के लिए संगठन को भी मजबूत करना जरूरी है। अखिलेश यादव ने कहा, ”लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी की सभी 80 सीट पर तैयारी है। हम गठबंधन के सभी साथियों को साथ लेकर चलेंगे। समाजवादी पार्टी सभी सीट पर तैयारी इसलिए भी कर रही है क्योंकि जो सीटें गठबंधन सहयोगियों के पास जायेंगी तो हम तभी मदद कर पाएंगे जब समाजवादी पार्टी का संगठन मजबूत रहेगा और बूथ स्तर पर तैयारी रहेगी।”
हम इंडिया गठबंधन के साथ है- सपा प्रमुख
उन्होंने कहा , “यदि तैयारी नहीं रहेगी तो हम गठबंधन के प्रत्याशियों की मदद कैसे करेंगे।” उन्होंने कहा कि सपा ‘इंडिया’ के साथ है और पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) हमारी रणनीति है और इसने NDA को परेशान कर दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पीडीए ‘इंडिया’ के साथ है। वहीं मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर मचे घमासान पर उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति में सबक सीखना चाहिए, इससे ही आगे बढ़ने में मदद मिलती है।
बसपा के साथ गठबंधन पर भी बोले अखिलेश
वहीं बहुजन समाज पार्टी के साथ किसी भी तरह के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि बुआ तो बहुत पहले ही आगे बढ़ चुकी हैं, आप उन्हें करीब क्यों लाना चाहते हैं। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार जातीय जनगणना का विरोध कर रही है। भाजपा सरकार में जिस तरह का भेदभाव हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि इस तरह के सम्मेलन से बहुजन समाज जागरूक होगा। सभी लोग एक साथ आयेंगे और भाजपा की गलत नीतियों के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव में उसे हराने का काम करेंगे।