Mizoram Election 2023 : मिजोरम चुनाव से पहले कांग्रेस का महा दावा विपक्षी दलों की बढ़ेगी परेशानी ! ऐसे दावों के पीछे क्या हैं कांग्रेस के सुत्र ?
कांग्रेस (Congress) की राज्य इकाई के प्रमुख लालसावता (Lalsawta) ने सात नवंबर को मिजोरम (Mizoram) में होने वाले चुनाव में 40 विधानसभा सीट में से कम से कम 25 सीट पर कांग्रेस की जीत का दावा किया। PCC चीफ ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी सत्ता हासिल करने के बाद भ्रष्टाचार खत्म करने और सुशासन लाने के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाएगी। 77 साल के अनुभवी नेता लालसावता ने न्यूज एजेंसी PTI से इंटरव्यू में दावा किया कि केवल कांग्रेस ही मिजोरम को ‘‘वित्तीय संकट’’ से बाहर निकाल सकती है। उन्होंने कांग्रेस के सत्ता में लौटने पर पुरानी पेंशन योजना (OPS) शुरू करने का वादा किया।
उन्होंने कहा, “चुनाव प्रचार बहुत बढ़िया तरीके से जारी है और हमें लोगों का साथ मिल रहा है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों से मिल रही खबरों के मुताबिक, हमें 26 सीट मिल सकती हैं। ऐसा नहीं, तो कम से कम 25 सीट तो पक्की हैं।”
कांग्रेस सभी 40 सीट पर चुनाव लड़ रही है। साल 2018 के पिछले विधानसभा चुनाव में उसे पांच सीट पर जीत मिली थी। हाल में पार्टी का एक विधायक इस्तीफा देकर सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) में शामिल हो गया।
उन्होंने कहा, “यह राज्य के लोगों को पसंद नहीं आ रहा। मिजो लोग बहुत धार्मिक हैं और राज्य की 80 प्रतिशत से ज्यादा आबादी ईसाई है। वे धार्मिक स्वतंत्रता चाहते हैं और बीजेपी को उसकी हिंदुत्व विचारधारा के कारण पसंद नहीं करते। लोग जानते हैं कि धार्मिक स्वतंत्रता तभी सुनिश्चित होगी जब कांग्रेस की सरकार बनेगी।
चौथे कार्यकाल के लिए आइजोल पश्चिम-3 सीट से चुनाव मैदान में उतरे लालसावता ने कहा कि BJP राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल MNF के पिछले पांच साल में ‘‘खराब प्रदर्शन’’ के कारण उस पर भरोसा नहीं कर सकती और इसीलिए वह ZPM के रूप में नए सहयोगी की खोज में है।
उन्होंने कहा, “इन सब बातों के बीच कांग्रेस ने खुद को नया रूप दिया है। हम जानते हैं कि मिजोरम क्या चाहता है। लोगों को हम पर और हमारी नीतियों पर भरोसा है। हम शासन की शैली बदलेंगे और इसे जन-समर्थक बनाएंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह प्रशासन के हर क्षेत्र में सुधार शुरू करने के लिए मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में एक कैबिनेट उप-समिति का गठन करेगी।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह ग्राम परिषदों और शहरी स्थानीय निकायों को ज्यादा शक्ति, जिम्मेदारियां और वित्तीय संसाधन देकर जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करेगी।