Hemant Soren को ED ने गिरफ़्तार कर लिया है एक तरफ बिहार में भी लालू परिवार पर ED लगातार दबिश दे रही है, बिहार में तो Operation Lotus कामयाब हुआ मगर अटल बिहारी वाजपेई की सपनो की धरती झारखण्ड पर नहीं हुआ, ये भूमि आदिवासियों की भूमि है जहां प्राकृति के कईं उपहार इस राज्य को मिले हुए है, यहां आदिवासी ही तय करते है की सत्ता में कौन रहेगा और मूलनिवासी होने के नाते ये उनका हक भी है, वैसे बताते चले की हेमंत सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, 30 घंटे लगातार गायब रहने के बाद उन्होंने ED के साथ 6 घंटे की पूछताछ में सहयोग किया फिर अपने पद से इस्तीफा दिया, फिर ED को अपनी गिरफ्तारी दे दी, गिरफ़्तार होते वक्त हेमंत के चहरे पर एक मुस्कान थी और वो विजय की ओर इशारा कर रही थी, सरकार अस्थिर होने से बच गई और विधायक दल की बैठक में चंपई सोरेन के नाम को फाइनल कर दिया गया अब Champai Soren Jharkhand के अगले मुख्यमंत्री होंगे, यहां Operation Lotus Fail हो गया!
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कौन है Jharkhand के नए मुख्यमंत्री Champai Soren ?
Jharkhand के नए सीएम अब Champai Soren होंगे. ऐसे में लोगों के लिए चंपई सोरेन का नाम एक चौंकाने वाला नाम है और लोग चंपई सोरेन के बारे में जानना चाहते हैं. बता दें कि चंपई सोरेन हेमंत सोरेन की सरकार में फिलहाल कैबिनेट मंत्री थे और उनके जिम्मे परिवहन विभाग था. Champai Soren झारखंड मुक्ति मोर्चा के काफी सीनियर नेताओं में से हैं और वह सरायकेला विधानसभा सीट से विधायक हैं.
चंपई के पास राजनीति का लंबा अनुभव है.चंपई सोरेन के पास झारखंड सरकार में आदिवासी कल्याण मंत्री का भी प्रभार है. उन्हें कोल्हान का टाइगर के नाम से भी जाना जाता है. इससे पहले जेएमएम-बीजेपी गठबंधन सरकार में भी अर्जुन मुंडा के कार्यकाल के दौरान भी मंत्री वो रह चुके हैं.
झारखंड की राजनीति के सबसे बड़े चेहरे शिबू सोरेन के भी वो काफी करीबी माने जाते हैं. झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में चंपई सोरेन का काफी असर देखने को मिलता है यही कारण है कि वो ‘टाइगर’ के नाम से चर्चित हैं.
बता दें कि राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा थी कि हेमंत सोरेन के पद छोड़ने और गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी कल्पना सीएम होंगी लेकिन अब चंपई सोरेन को सीएम बनाया जा रहा है.बता दें कि चंपई सोरेन का झारखंड की राजनीति में काफी बड़ा रोल माना जाता है. यही कारण है कि हेमंत सोरेन की पत्नी समेत सीएम की रेस में चल रहे अन्य चेहरों पर वो भारी पड़े हैं. बता दें कि झामुमो नेता चंपई सोरेन को बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा की 2 साल, 129 दिन की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था और अहम मंत्रालय भी दिए गए थे. वहीं, दूसरी बार 2019 में हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर चंपई सोरेन को फिर से परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रखा गया है. फिलहाल चंपई सोरेन झामुमो के उपाध्यक्ष भी हैं.
INDIA गठबंधन का क्या होगा?
मोहम्मद रफी के गाने के कुछ बोल जरा जोर से आ रहे थे तो लिख दिए “टूटे हुए ख्वाबों ने हमको ये सिखाया है, दिल ने जिसे पाया था आंखों ने गवाया है” ये गाना याद आने की वजह कोई और नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन भी है,BJP ने जिस तरीके से सरकारी संस्थाओं को राजनितिक चाभुक बना कर सरकारों को अस्थिर करने की कोशिश की है इससे कौन नही वाकिफ है मगर जैसे जैसे BJP का चाभूक चल रहा है उस हिसाब से स्थिति यही लगती है की अब जो भी होगा अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद तय होगा क्योंकि BJP के अगले निशाने पर केजरीवाल साहब ही है, अगर वो गिरफ्तार होते है तो आप लिख कर साइन करवा लीजिए इंडिया गठबंधन के डेथ सर्टिफिकेट पर, क्योंकि जिस तरह से ये राजनितिक खिचड़ी उबलते जा रही है ये कुकर से निकलने का प्रयास ही कर रही है.
Written by
Md Shahzeb Khan